Jaykara

हरिः ॐतत्सत!
पंगत की जयकारा सम्पूर्ण

जेवत        संत           हरिहर        करैं         धन्य       पुरुषन्           के          भाग  ।
तिनके            गृह             पावन                भये          सन्त      पधारे            आय    ।।

बोलियो    सन्तो         प्रेम    से 
                       मधुरी      सी         बानी    ।

                         "     श्री  हरे     "

श्री रामकृष्ण देव की
सालग्राम परमात्मा की

卐 (नारायण)卐

श्रीमन्ननारायण की
स्वयं ब्रह्म       नारायण की  , पूरणब्रह्म             नारायण की   ,सच्चिदानंद ब्रह्म   नारायण की , ज्योतिस्वरूप    नारायण की ,  आदि      नारायण की ,    अव्यय पुरुष      नारायण की ,   श्री लक्ष्मी शिवरी  नारायण की   ,   नर        नारायण की    ,बद्री           नारायण की ,    सूर्य       नारायण की ,  त्रियुगी         नारायण की,     शुक्र                नारायण की , शंख               नारायण की ।।

卐 (पुरुषोत्तम )卐

लीला       पुरुषोत्तम भगवान की
मर्यादा       पुरुषोत्तम भगवान की
यज्ञ          पुरुषोत्तम भगवान की
आदि        पुरुषोत्तम भगवान की


卐 (भगवान)卐

पद्मनाभ भगवान की,  जनार्दन भगवान की  , ह्रषीकेश भगवान की,  नृसिंह भगवान की, हयग्रीव भगवान की, आदि वाराह भगवान की, गोविन्द भगवान की, पुण्डरीक भगवान की, मधुसूदन भगवान की, संकर्षण भगवान की, वासुदेव भगवान की
धरणीधर भगवान की  द्रव्यसेन भगवान की,  वेंकटेश भगवान की  , राजीवलोचन भगवान की  , राधारमण भगवान की  , दत्तात्रेय भगवान की ।


卐(अस्त्रधारी)卐

चक्रधारी राम की  ,  धनुषधारी  राम  की   ,  शंखधारी  राम  की  ,  चतुर्भुजधारी  राम की   , मोरमुकुटधारी   राम  की   ,  लक्ष्मीधारी    राम  की   ।।

卐(     नंद    )卐


दशरथी राम की  ,  कौशल्या नंदन राम की  ,  सुमित्रा नंदन राम की,   रघुनंदन राम की  ,

वसुदेव नंदन की, यशोदा नंदन की  , देवकी नंदन की  , रोहिणी नंदन की  ,  गोपिका  नंदन की  ,

तुलसी श्यामा की,  जनकनंदनी की,  बृषभानुनंदनी की  , जनक के  जमाई  की  , बृषभानु के  जमाई की  , भरत के  भाई की  ,  रामलक्ष्मणभरतशत्रुघ्न की ,  कृष्णबलदेव की   , बलभद्र शुभद्रा  की  ।

卐  (महारानी )卐

सीता महाराणी की, वृन्दा महाराणी की  , कन्त विलासी की  ,  सर्वघट निवासी की,       शेषाचलवासी की , रुक्मिणी  महारानी की , सत्यभामा  महारानी की  ,  जामवन्ती  महारानी की, यमुना पटरानी की  ।।

卐 ( बिहारी)卐

अबध बिहारी   ,   कौशल  बिहारी  ,  वृन्दावन  बिहारी  ,  कुंज बिहारी  , राधाबिहारी  ,  गोपीरमण बिहारी  , अटल बिहारी, छैल बिहारी  ,  जानकी रमण बिहारी  , राधारमण बिहारी  ,
धेनुचारी ,

卐 ( ऋषि /मुनि)卐


लोमष  , कर्दम
बाल्मीकि  , अगस्त, कपिलमुनि  , शुकदेव, व्यास  , भरद्वाज, सरभंग  ,  गरुण  , ध्रुव, प्रहलाद  ,  अत्रि  ,  वामदेव  ,  मिषि ऋषि ।।

卐 ( स्वामी)卐


कुमार स्वामी,  जगन्नाथ स्वामी, कार्तिकेय  स्वामी,  मणिकंठ  स्वामी,
रामानुज स्वामी  , रामानंदस्वामी, मुष्टि स्वामी, श्री रंग स्वामी  , अलर्गज स्वामी ।।

卐(माता )卐

देवहूती माता की,   सुलक्ष्या (दधीचि पत्नी) माता की,  लोपामुद्रा माता, अंबिका  माता की,  अनुसुइया  माता की  ,  गऊ  माता की,  अंजनी  माता की  ,  उनाई  माता की,   अन्नपूर्णा  माता की,

अखिलनंदिकेश्वरी  देवी की  ,  वैष्णव देवी की  ,  तुलसी देवी की  ,  त्रिकुटा  देवी की  ,  धनुषा  देवी की,   कामाक्षी  देवी की  ,  छाछकामिनी देवी की ।।


 卐(वट \मठ \ चक्र /पर्वत/  भूमि )卐


अक्षय वट की  , वंशी वट की


श्रंगेरी  मठ  की   ,    ऊखी  मठ  की   ,        जोशी मठ      की   , 

शेवावन  ,  वृन्दावन,

दण्डयकारण्य  ,   पंचवटी

नील  चक्र,  सुदर्शन चक्र

अंजनी  पर्वत  , मणिपर्वत   , सुमेरु   ,   चित्रकूट

अमरकंटक    ,    आबू   ।।

रामजनम भूमि,  कृष्ण जन्म भूमि ।।



卐 (सागर )卐


महोदधि  सागर   की,   क्षीरसागर    ,   गंगासागर  ,

रत्नासागर  ,

वशिष्ठ कुण्ड,     अगस्त कुण्ड,     परशुराम  कुण्ड,
   नारद   कुण्ड    ,  अहल्या  कुण्ड   ,   स्वर्गसर  कुण्ड   , सूर्य कुण्ड   ,   निर्मली   कुण्ड   ,    चरण कुण्ड  ,     ब्रह्म कुण्ड    ,    दामोदरकुण्ड    ,   रामकुण्ड   ,  सीता कुण्ड   ,   लक्ष्मण  कुण्ड  ,  तप्त कुण्ड   ,    गौरीकुण्ड   ,  मृगी  कुण्ड  ,  अरगजा   कुण्ड     ,   

भरतकूप   ,  मुनिदरयाई    ,    पंपासरोवर   ,

 विंदुसरोवर   ,     दशरथतालाब     , नखी  तालाब ।।


卐  (पुरी  /क्षेत्र)卐


चक्र   तीर्थ   , धनंजय   तीर्थ    ,  यम थला  तीर्थ  ,  इन्द्रदुम   तीर्थ    ,  मार्कण्डेय  तीर्थ   ,  पक्षी   तीर्थ   , शुक्र  तीर्थ   ,    पादुका   तीर्थ    ,   धनुष   तीर्थ    ,   रेवाल    तीर्थ     ,    अस्त्री  तीर्थ     ,   गोमती  तीर्थ  ,शुक्ल तीर्थ   ,   सर्व तीर्थ    ,

अवध पुरी     ,   मथुरा   पुरी   ,  गया पुरी    ,   काशी  पुरी    ,    आशा पुरी    ,    हरि  द्वारिका  पुरी   ,  गोकुल  पुरी   ,   ब्रह्म   पुरी   ,    अवन्तिका   पुरी   ,  नासिक   पुरी    ,   सुदामा   पुरी   ,

हरि क्षेत्र  की,  भृगु  क्षेत्र  की  ,    बम्सर   क्षेत्र    , 
 जनकपुर    क्षेत्र   ,     नारायणसर  क्षेत्र    ,   पुष्कर क्षेत्र   ,   कुरु क्षेत्र    ,    अंकपात    क्षेत्र    ,    मुक्ति नाथ  क्षेत्र 

अयोध्या   धाम   ,   वृन्दावन धाम   , जगन्नाथ धाम  ,  बैजनाथ धाम    ,     रंगनाथ   धाम   ,   केदार  धाम   ,    गुप्त काशी  धाम  ,     तुंगनाथ  धाम  ,   बद्रीनाथ   धाम   ,    कामतानाथ   धाम     ,    ओंकार नाथ   धाम    ,   पशुपति नाथ   धाम   ,   त्रिपति नाथ   धाम    ,   काशी नाथ   धाम   ,  चित्रकूट नाथ  धाम    ,   भीमनाथ    ,    अमरनाथ
,

卐  (गंगा )卐


कपिल धारा   ,  हनुमान   धारा    ,   लक्ष्मण   धारा  ,  कुर्म धारा    ,    नील धारा    ,    गंगामनोरमा     धारा  ,      गोमुख   धारा   , 

श्वेत  गंगा    ,   त्रिवेणी    गंगा    ,    सालिग्राम   गंगा,
   पुष्करिणीं   गंगा    ,    पापनाशिनी   गंगा   ,    आकाश   गंगा   की ,    पाताल   गंगा की   ,
संकटमोचनी गंगा की, 
 कावेरी    की   ,     कल्याणी  की    ,   यमुना  की,
 कालिन्दी की,    कृष्ण गंगा   की   ,   तुंगभद्रा  की  ,

परशुराम गंगा की,   चंद्र भागा की,    गोदावरी की  , ताप्ती  की  ,    नर्मदा  की   ,   सरस्वती की   ,  मंदाकिनी  की   ,  शिलोदकी  की,   अलकनंदा की  ,

कौशल्या गंगा,      राम गंगा    ,   धेनुमती   गंगा  ,   गोमती      ,     भागीरथी         ,     फल्गु    ,     पयसरणी         ,            मानसी         ,      त्रिलोदकी
卐घाट /प्रयाग卐
ब्रह्म घाट, लक्ष्मण घाट, विल्वहरि ,
गुप्तार घाट,सारो घाट, मणिकर्णिका घाट, राम घाट  ,हनुमान घाट  , हरकीपौड़ी, हरिश्चंद्र घाट

तीर्थराज प्रयाग, माधव प्रयाग, देव प्रयाग  , रुद्र प्रयाग  ,  विष्णु प्रयाग, कुर्म प्रयाग,

卐 हनुमान /महादेव 卐

सिद्ध   ,  सिंधुउल्लंघन हनुमान, 
लंकिनी  दहन  ,  विभीषण प्रबोधक   , कालनेमि  मर्दन,  सीता प्रबोधक,  अहिरावण मर्दन, संकटमोचन   , लक्ष्मणप्राणदाता,  झपाली   ,  लंबे  ।

सालिग्राम देव, पंपापति महादेव   , गोकर्ण महादेव,   दिगम्बरेश्वर महादेव,   महाकालेश्वर महादेव   ,  चपलेश्वर महादेव   ,  नीलकण्ठ महादेव   ,  कोटेश्वर महादेव   ,  पाण्डकेश्वर  महादेव   ,   पारदेश्वर   महादेव   ,

हनुमान गरुण देव की


अनंतकोटि   वैष्णव की
चार धाम की  , चार   सम्प्रदाय की
 वामन  द्वारे  की  , दिगम्बर  अखाड़े की

स्थान पुरूष की  ,
दाता भोक्ता की,
रसोइया पुजारी की, कोठारी भंडारी की
सती सेवक की
गुरु चेला की
गुरु गोविन्द की
रामजी के  महाप्रसाद की


राम कहे   सुख  उपजे
                            कृष्ण कहे दुख जाय ।
महिमा महाप्रसाद की
                            पाओ संतो  भोग लगाय ।।

श्री हरे ।।


--------




Comments

Popular posts from this blog

सर्व कार्य हेतु सिद्ध मंत्र

नारायणास्त्र

ब्रह्म संहिता